Wall Street Crash 2025: ईरान ने किया इजरायल पर पलटवार, शेयर बाजार में गिरावट और क्रूड ऑयल में तेजी

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मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव का असर अब वैश्विक शेयर बाजारों (Wall Street) पर साफ तौर पर दिखने लगा है। शुक्रवार की रात को जैसे ही खबर आई कि ईरान ने इजरायल के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर मिसाइल अटैक किया है, वैसे ही अमेरिकी शेयर बाजारों में भारी गिरावट देखी गई। Dow Jones, Nasdaq और S&P 500 जैसे प्रमुख इंडेक्स एक साथ धड़ाम हो गए।

Dow Jones और Nasdaq में भारी गिरावट

ईरान के जवाबी हमले की खबर के बाद Dow Jones इंडेक्स 1100 अंकों तक टूट गया, जबकि Nasdaq में 3.5% से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई। S&P 500 भी अपने हालिया उच्चतम स्तर से करीब 2.9% नीचे बंद हुआ। एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर यह संघर्ष लंबा खिंचता है, तो यह वैश्विक निवेशकों में डर का माहौल और बढ़ा सकता है।

कच्चे तेल की कीमतों में आया ज़बरदस्त उबाल

सिर्फ शेयर बाजार ही नहीं, बल्कि कच्चे तेल की कीमतें भी तेज़ी से ऊपर गईं। ब्रेंट क्रूड की कीमत $95 प्रति बैरल को पार कर गई, जबकि WTI क्रूड में भी 4% की तेजी देखी गई। विशेषज्ञ मानते हैं कि अगर जंग लंबी चलती है और समुद्री रूट प्रभावित होते हैं, तो यह कीमतें $100 के पार भी जा सकती हैं। भारत जैसे आयात-आधारित देशों के लिए यह चिंता की बात है।

गोल्ड और डॉलर इंडेक्स में भी उतार-चढ़ाव

बाजार में अनिश्चितता के कारण निवेशकों ने सोने की ओर रुख किया। Gold Futures में 2.1% की बढ़त देखी गई, जिससे इसकी कीमत ₹65,000 प्रति 10 ग्राम के पास पहुंच गई। दूसरी ओर Dollar Index में हल्का उछाल आया, क्योंकि ग्लोबल इन्वेस्टर्स ने सुरक्षित निवेश विकल्पों को तवज्जो देना शुरू कर दिया है।

भारतीय शेयर बाजार पर क्या होगा असर?

Wall Street में आई गिरावट और कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों का असर सोमवार को खुलने वाले भारतीय बाजारों पर भी पड़ सकता है। सेंसेक्स और निफ्टी में भारी उतार-चढ़ाव संभव है, खासतौर पर ऑयल एंड गैस, एविएशन और इंपोर्ट-निर्भर कंपनियों में दबाव देखने को मिल सकता है। रुपये पर भी डॉलर के मुकाबले हल्का दबाव बन सकता है।

निष्कर्ष: मध्य पूर्व का यह तनाव केवल सैन्य या राजनीतिक मुद्दा नहीं रह गया, इसका सीधा असर दुनिया की अर्थव्यवस्थाओं और निवेशकों की भावनाओं पर पड़ रहा है। आने वाले दिनों में निवेशकों को सतर्कता बरतने की ज़रूरत है, खासतौर पर उन सेक्टर्स में जो वैश्विक कीमतों पर निर्भर करते हैं। बाजार की चाल पूरी तरह से भू-राजनीतिक घटनाओं की दिशा पर निर्भर करेगी

Disclaimer: यह लेख अंतरराष्ट्रीय समाचार रिपोर्ट्स और बाज़ार विश्लेषण पर आधारित है। निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह अवश्य लें। बाजार की स्थितियां बेहद संवेदनशील और तेजी से बदलने वाली हैं।

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