
2025 की शुरुआत से कच्चे तेल की कीमतों में लगभग 14% की गिरावट दर्ज की गई, लेकिन Castrol India का स्टॉक इस साल केवल 9% उछल पाया। आमतौर पर कम कच्चा तेल लागत कंपनियों के मार्जिन को बढ़ाती है, मगर इस बार स्टॉक सिर्फ 3% सालाना रिटर्न दे पाया। इसका साफ संदेश है कि कच्चे तेल की बचत बनाम स्टॉक की परफॉर्मेंस में disconnect देखने को मिल रहा है।
स्तेमग्न डिमांड और वॉल्यूम ग्रोथ की कमी
Castrol India की Q4FY25 रिपोर्ट के अनुसार राजस्व में मात्र 7% की वृद्धि और नेट प्रॉफिट में लगभग 8% की बढोतरी हुई। हालांकि ऑपरेटिंग मार्जिन में सुधार हुआ है, लेकिन वॉल्यूम ग्रोथ अपेक्षाकृत कम रही। खासतौर पर ग्रामीण और ऑटोमोटिव आफ्टरमार्केट में मांग स्थिर रही, जिससे कम्पनी को उम्मीद के मुताबिक वृद्धि नहीं मिल सकी।
इलेक्ट्रिक वाहनों का दबाव
इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) की बूस्ट होती बाजार हिस्सेदारी ने पारंपरिक इंजन ऑयल की मांग को धीमा कर दिया है। EV में अतिरिक्त इंजन ऑयल की आवश्यकता नहीं होती, जिससे लुब्रिकेंट मेकरों पर दीर्घकालिक दबाव बन रहा है । गूगल ट्रेंड्स ने पुष्टि की है कि भारत में EV की तेजी से बढ़ती हिस्सेदारी Castrol जैसी कंपनियों के बिजनेस पर असर डाल रही है।
कच्चे तेल की बचत का पूरा फायदा नहीं मिला
कच्चे तेल की कीमत कम होने पर Castrol के मार्जिन तुरंत बेहतर हुए, लेकिन बेस आयल की कीमतों में देरी से गिरावट आई, जिससे कंपनी का स्प्रेड कम रहा। विश्लेषकों का कहना है कि कंपनियों को प्राइस एडजस्टमेंट में लचीलापन रखकर बेहतर स्प्रेड-कैप्चर करना चाहिए था, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हो पाया।
संस्थागत निवेशकों का रुख
FII और DII के ऑक्शन देखने पर पता चलता है कि FII की सक्रियता सीमित है, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशक इसे डिविडेंड यील्ड स्टॉक के तौर पर देखते रहे हैं । निवेशक फिलहाल वृद्धि की अपेक्षा नहीं रखते, मगर डिविडेंड से संतुष्ट नजर आते हैं।
तकनीकी स्थिति और ट्रेडर की राय
तकनीकी चार्ट पर Castrol India ₹145–₹150 के रेंज में ट्रेड कर रहा है। यदि यह ₹152–₹155 का रेजिस्टेंस पार करता है, तो ₹165–₹170 तक की रैली संभव है। लेकिन फिलहाल किसी मजबूत ब्रेकआउट के संकेत नहीं मिल रहे और बाजार इसकी कैटप्लेबल वैल्यू ₹208–₹210 पर कंसोलिडेट कर रहा है ।
निष्कर्ष: कम कच्चे तेल की कीमतों के बावजूद Castrol India की प्रदर्शन सिर्फ 3% की वृद्धि तक सीमित रही है क्योंकि वॉल्यूम ग्रोथ धीमी रही, EV ट्रांजिशन ने इंजन ऑयल की मांग घटा दी, और मार्जिन बचत का फायदा पूरा नहीं उठाया जा सका। डिविडेंड‑फोकस्ड निवेशकों के लिए यह स्टॉक अभी उपयुक्त हो सकता है, लेकिन ग्रोथ‑उन्मुख निवेशकों को इस समय इंतजार करना उचित रहेगा।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल शैक्षणिक और जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई जानकारी को निवेश सलाह के रूप में न लें। शेयर बाजार जोखिमपूर्ण होता है, इसलिए निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य करें।
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