
ESAF स्मॉल फाइनेंस बैंक (ESAF SFB) ने अपने ₹735 करोड़ के बैड लोन पोर्टफोलियो को बेचने की घोषणा की है, जिससे निवेशकों में उत्साह दिखाई दे रहा है। इस खबर के बाद बैंक के शेयरों में 11% की तेजी दर्ज की गई, हालांकि शेयर की कीमत अभी भी ₹35 से कम बनी हुई है। बैंक के इस फैसले को कर्ज वसूली को बेहतर बनाने और बैलेंस शीट को साफ रखने की दिशा में एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है।
क्यों लिया गया यह फैसला?
बैंक के अनुसार, जिन लोन खातों को बुरे कर्ज (Non-Performing Assets) की श्रेणी में रखा गया है, उन्हें ARC (Asset Reconstruction Companies) या अन्य संस्थानों को ट्रांसफर किया जाएगा। इससे बैंक को तुरंत नकदी मिलेगी और भविष्य में ब्याज आय में भी सुधार हो सकता है। यह कदम भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के निर्देशों के अनुरूप उठाया गया है।
शेयर प्राइस में क्यों दिखी तेजी?
बैड लोन की बिक्री से बैंक की परिसंपत्ति गुणवत्ता सुधर सकती है, जिससे निवेशकों का भरोसा बढ़ा है। इसके चलते शेयरों में जोरदार खरीदारी देखने को मिली। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर बैंक इस रणनीति को सफलतापूर्वक लागू करता है, तो शेयर में लंबी अवधि में और तेजी संभव है।
ESAF बैंक का बाजार प्रदर्शन
हालांकि शेयर आज की तेजी के बावजूद ₹35 के स्तर से ऊपर नहीं जा पाया, लेकिन मौजूदा बाजार भाव को देखते हुए यह कम वैल्यूएशन पर ट्रेड कर रहा है। जिन निवेशकों की नजर छोटे बैंकों में लॉन्ग टर्म ग्रोथ पर है, उनके लिए ESAF SFB एक ध्यान देने योग्य स्टॉक बन सकता है।
निष्कर्ष: ESAF स्मॉल फाइनेंस बैंक द्वारा ₹735 करोड़ के बैड लोन बेचने का निर्णय न केवल इसकी बैलेंस शीट को मजबूत करेगा बल्कि निवेशकों के विश्वास को भी बढ़ा रहा है। शेयर में आई 11% की तेजी इस बात का संकेत है कि बाजार इस फैसले को सकारात्मक रूप में देख रहा है।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। शेयर बाजार में निवेश करने से पहले किसी SEBI पंजीकृत वित्तीय सलाहकार से सलाह अवश्य लें। बाजार में जोखिम बना रहता है।
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