SBI Stock Update: ब्रोकरेज हाउस ने फिर जताया भरोसा, क्यों बन गया है SBI निवेशकों का पसंदीदा बैंक शेयर?

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देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक SBI (स्टेट बैंक ऑफ इंडिया) के शेयरों पर एक बार फिर से ब्रोकरेज हाउसों का भरोसा बढ़ता दिख रहा है। हाल ही में कई विदेशी और घरेलू ब्रोकरेज ने एसबीआई के शेयर पर ‘बाय’ रेटिंग दोहराई है और टारगेट प्राइस को भी ऊपर किया है। इसके पीछे मुख्य वजह है बैंक की मजबूत बैलेंस शीट, लोन ग्रोथ में निरंतर सुधार, और नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) में स्थिरता।

फंसे हुए कर्ज (NPA) में गिरावट बनी ताकत

एसबीआई ने बीते कुछ तिमाहियों में अपने खराब कर्ज (NPA) के आंकड़ों को काफी हद तक कंट्रोल में लाया है। ग्रॉस NPA और नेट NPA दोनों में कमी देखने को मिली है, जिससे निवेशकों का भरोसा बढ़ा है। साथ ही, बैंक का रिकवरी रेश्यो भी सुधरा है, जो कि बैंकिंग सेक्टर में एक पॉजिटिव संकेत माना जाता है।

ब्रोकरेज फर्म्स क्यों कर रही हैं रेटिंग अपग्रेड?

ब्रोकरेज कंपनियों का मानना है कि FY26 तक SBI की रेटर्न ऑन इक्विटी (ROE) और रेटर्न ऑन एसेट्स (ROA) में और सुधार देखने को मिलेगा। इसके अलावा डिजिटल लोन डिलीवरी मॉडल और ग्रामीण क्षेत्रों में बैंक की मजबूत पकड़ इसे प्रतिस्पर्धा से आगे बनाती है।

क्या निवेश करना होगा फायदेमंद?

लंबी अवधि के नजरिए से देखा जाए तो एसबीआई जैसे ब्लू-चिप स्टॉक में निवेश सुरक्षित और स्थिर रिटर्न की संभावना लेकर आता है। बैंक के मजबूत फंडामेंटल्स और ब्रोकरेज का पॉजिटिव आउटलुक इसे लार्ज-कैप बैंकिंग सेगमेंट में टॉप चॉइस बना रहे हैं।

निष्कर्ष: SBI शेयरों पर बढ़ता ब्रोकरेज का विश्वास इस बात का संकेत है कि बैंक अपनी मूलभूत ताकत और प्रदर्शन के दम पर निवेशकों के लिए एक मजबूत दांव बन चुका है। अगर आप स्थिर और भरोसेमंद रिटर्न की तलाश में हैं, तो SBI आपके पोर्टफोलियो में जगह पाने लायक है।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। शेयर बाजार में निवेश जोखिमों से जुड़ा होता है। निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की सलाह अवश्य लें।

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