
शेयर बाजार में आज तेल और गैस सेक्टर के शेयरों में जबरदस्त उतार-चढ़ाव देखने को मिला। जहां एक ओर Indian Oil Corporation (IOC) के शेयरों ने जोरदार तेजी दिखाई, वहीं दूसरी ओर ONGC के स्टॉक्स भारी दबाव में आ गए। इसका मुख्य कारण है कच्चे तेल की कीमतों में आई गिरावट, जिसने दोनों कंपनियों को अलग-अलग तरीके से प्रभावित किया है।
IOC के शेयरों में तेज उछाल
कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट का सबसे बड़ा फायदा ऑयल मार्केटिंग कंपनियों (OMCs) को होता है। इंडियन ऑयल जैसी कंपनियों को कच्चा तेल सस्ता मिलने पर उनके रिफाइनिंग और डिस्ट्रीब्यूशन मार्जिन में सुधार होता है। यही वजह रही कि निवेशकों ने IOC के शेयरों की खरीदारी तेज कर दी और स्टॉक में जोरदार उछाल देखने को मिला।
ONGC को क्यों हुआ नुकसान
इसके उलट, कच्चे तेल में गिरावट का असर ऑयल प्रोड्यूसिंग कंपनियों पर नकारात्मक रूप से पड़ता है। ONGC, जो कि भारत की सबसे बड़ी सरकारी तेल उत्पादक कंपनी है, उसकी आमदनी कच्चे तेल की कीमतों पर निर्भर करती है। जैसे ही कीमतें गिरती हैं, कंपनी की आय और प्रॉफिटेबिलिटी पर सीधा असर पड़ता है। यही कारण है कि ONGC के शेयरों में गिरावट देखने को मिली।
ब्रोकरेज फर्मों का विश्लेषण
विभिन्न ब्रोकरेज हाउस का कहना है कि OMCs और E&P (Exploration and Production) कंपनियों का प्रदर्शन कच्चे तेल की चाल पर निर्भर करता है। जहां IOC जैसी कंपनियों को कम कीमतों से राहत मिलती है, वहीं ONGC जैसी कंपनियों के लिए यह घाटे का सौदा बन जाता है। विश्लेषकों का मानना है कि अगर यह ट्रेंड जारी रहता है तो OMC कंपनियां बेहतर रिटर्न दे सकती हैं।
क्रूड ऑयल में गिरावट का कारण
मिडिल ईस्ट में तनाव कम होने और ग्लोबल डिमांड में कुछ नरमी के संकेत के चलते अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड की कीमतें गिरकर $82 प्रति बैरल के करीब आ गई हैं। इससे दुनियाभर के ऑयल स्टॉक्स में बदलाव देखने को मिल रहा है।
निष्कर्ष: कच्चे तेल की गिरती कीमतों ने इंडियन ऑयल को जहां ऊंचाई पर पहुंचा दिया है, वहीं ONGC के लिए यह गिरावट नुकसानदेह साबित हो रही है। निवेशकों को यह समझना जरूरी है कि तेल और गैस सेक्टर में निवेश करते समय हर कंपनी की पोजिशनिंग अलग होती है, और बाजार की चाल उसी अनुसार असर डालती है।
Disclaimer: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई जानकारी निवेश सलाह नहीं है। शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श जरूर लें।
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