Demerger News: डीमर्जर यानी बिजनेस को अलग किया – शेयर खरीदने वालों को मुफ्त में मिला एक और शेयर

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शेयर बाजार में इन दिनों डीमर्जर (Demerger) की खबरें तेजी से सुर्खियों में हैं। दरअसल, कुछ कंपनियों ने अपने कारोबार को अलग-अलग हिस्सों में बांटने का फैसला लिया है, जिसे डीमर्जर कहा जाता है। इसका फायदा सीधा निवेशकों को मिला है, क्योंकि कंपनी के इस स्ट्रक्चरल बदलाव के बाद मौजूदा शेयरधारकों को मुफ्त में नए शेयर दिए गए हैं।

क्या होता है डीमर्जर?

डीमर्जर एक कॉर्पोरेट प्रक्रिया है, जिसमें कोई कंपनी अपने एक या एक से अधिक बिजनेस यूनिट्स को अलग कर देती है और उन्हें स्वतंत्र कंपनियों के रूप में स्थापित किया जाता है। यह प्रक्रिया कंपनी के फोकस, ग्रोथ और वैल्यू क्रिएशन को बढ़ाने के उद्देश्य से की जाती है।

निवेशकों को कैसे मिला फायदा?

जिन निवेशकों के पास डीमर्जर से पहले उस कंपनी के शेयर थे, उन्हें उस नई कंपनी के भी शेयर फ्री में अलॉट किए गए हैं। उदाहरण के तौर पर, अगर आपके पास मूल कंपनी के 100 शेयर थे, तो डीमर्जर के बाद आपको नई कंपनी के 100 मुफ्त शेयर मिल सकते हैं — यह अनुपात कंपनी तय करती है। इससे आपके पोर्टफोलियो की वैल्यू में इजाफा होता है, वो भी बिना कुछ खर्च किए।

बाजार में दिखा पॉजिटिव रुख

डीमर्जर की घोषणा के बाद अक्सर कंपनी के शेयरों में तेजी देखने को मिलती है, क्योंकि इससे बिजनेस का संचालन पारदर्शी होता है और प्रत्येक यूनिट अपने-अपने क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन कर पाती है। यही कारण है कि निवेशक ऐसे शेयरों को लेकर उत्साहित रहते हैं।

ब्रोकरेज की राय

ब्रोकरेज फर्म्स का मानना है कि डीमर्जर से कंपनियों को अपने बिजनेस को बेहतर तरीके से स्केल करने और फंडिंग जुटाने में मदद मिलती है। साथ ही, निवेशकों को दोनों कंपनियों की वैल्यू ग्रोथ का लाभ मिलता है। हालांकि, दीर्घकालिक नजरिए से इसमें निवेश करना बेहतर माना जाता है।

निष्कर्ष: डीमर्जर सिर्फ कॉर्पोरेट स्ट्रक्चर का बदलाव नहीं है, बल्कि निवेशकों के लिए भी यह एक सुनहरा अवसर साबित हो सकता है। जब एक ही कंपनी दो हिस्सों में बंटती है और मुफ्त में नए शेयर मिलते हैं, तो यह पोर्टफोलियो वैल्यू बढ़ाने का बेहतरीन मौका बन जाता है। ऐसे फैसलों में समझदारी और लॉन्ग टर्म विजन होना जरूरी है।

Disclaimer: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है। इसमें दी गई जानकारी निवेश सलाह नहीं है। शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। किसी भी निर्णय से पहले वित्तीय सलाहकार की सलाह अवश्य लें।

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