F&O एक्सपायरी डे पर SEBI का बड़ा फैसला जल्द! कुछ ही देर में जारी होगा फाइनल सर्कुलर

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भारतीय शेयर बाजार के डेरिवेटिव सेगमेंट में बड़ी हलचल देखी जा रही है, क्योंकि SEBI आज किसी भी समय F&O एक्सपायरी डे को लेकर फाइनल सर्कुलर जारी कर सकता है। इससे न सिर्फ ट्रेडिंग की रणनीति पर असर पड़ेगा, बल्कि इन्वेस्टर्स और ब्रोकर्स की तैयारी भी बदल सकती है।

क्या है F&O एक्सपायरी और क्यों है अहम?

F&O यानि Futures & Options की एक्सपायरी हर महीने के आखिरी गुरुवार को होती है। इसी दिन सभी ओपन कॉन्ट्रैक्ट्स सेटल होते हैं, जिससे बाजार में वोलैटिलिटी बढ़ जाती है। अगर SEBI इस दिन के नियमों में बदलाव करता है, तो उससे ट्रेडिंग पैटर्न और वॉल्यूम पर सीधा असर पड़ेगा।

SEBI का प्रस्ताव और बाजार की प्रतिक्रिया

पिछले कुछ महीनों से SEBI इस बात पर विचार कर रहा था कि एक्सपायरी डेट्स को नए फॉर्मेट में बदला जाए — जैसे कि मिड वीक एक्सपायरी या स्टैगरड एक्सपायरी फॉर्मेट। इससे छोटे ट्रेडर्स को जोखिम कम करने में मदद मिल सकती है। मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह कदम बाजार को और अधिक स्थिर बना सकता है।

ट्रेडर्स के लिए क्या बदल जाएगा?

अगर एक्सपायरी का दिन बदलता है या उस दिन से जुड़े नियमों में संशोधन आता है, तो ट्रेडर्स को अपनी स्ट्रैटेजी पूरी तरह से रिवाइज करनी पड़ेगी। खासतौर पर ऑप्शन राइटर्स और इन्ट्राडे ट्रेडर्स के लिए यह बदलाव काफी महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।

निष्कर्ष: SEBI का एक्सपायरी डे पर आने वाला फाइनल सर्कुलर बाजार के लिए एक अहम मोड़ साबित हो सकता है। इससे ना केवल वोलैटिलिटी पर काबू पाया जा सकेगा, बल्कि छोटे निवेशकों को बेहतर सुरक्षा भी मिल सकती है। अब सभी की नजरें SEBI की आधिकारिक घोषणा पर टिकी हैं।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है। इसमें दी गई जानकारी किसी भी प्रकार की ट्रेडिंग या निवेश सलाह नहीं है। F&O में ट्रेडिंग जोखिम से भरी होती है, इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ की राय जरूर लें।

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